Khabar21
  • होम
  • बीकानेर
  • राजस्थान
  • देश-दुनिया
  • व्यापार
  • मनोरंजन
  • धार्मिक
  • करियर
  • खेल
Reading: कथा को सुनने के साथ इसका तात्पर्य भी समझें- महंत क्षमाराम जी
Share
Aa
Aa
Khabar21
  • होम
  • बीकानेर
  • राजस्थान
  • देश-दुनिया
  • व्यापार
  • मनोरंजन
  • धार्मिक
  • करियर
  • खेल
Search
  • होम
  • बीकानेर
  • राजस्थान
  • देश-दुनिया
  • व्यापार
  • मनोरंजन
  • धार्मिक
  • करियर
  • खेल
Follow US
Khabar21 > Blog > बीकानेर > कथा को सुनने के साथ इसका तात्पर्य भी समझें- महंत क्षमाराम जी
बीकानेरराजस्थान

कथा को सुनने के साथ इसका तात्पर्य भी समझें- महंत क्षमाराम जी

editor
editor Published September 22, 2022
Last updated: 2022/09/22 at 5:58 PM
Share
SHARE
Share News

बीकानेर। भगवान की विवाहों के साथ आज की कथा का शुभारंभ किया।  महंत जी ने बताया कि भगवान ने सौलह हजार आठ विवाह किए, इनमें से आठ पटरानी थी। एक-एक पटरानी का अर्थ निकलता है। सौलह हजार रानी क्यों थी, इसका भी तात्पर्य है। इसलिए कथा भी सुनें और तात्पर्य भी समझें। तब भागवत का अर्थ समझ में आएगा। श्री गोपेश्वर-भूतेश्वर महादेव मंदिर में चल रही पितृ पक्ष पाक्षिक श्रीमद् भागवत कथा के 13 वें दिन सींथल पीठाधीश्वर श्री श्री 1008  महंत क्षमाराम जी महाराज ने भगवान के विवाह का वर्णन किया। साथ ही रुक्मणी जी के भीतर में कृष्ण के लिए आए भाव का वर्णन किया।
महंत जी ने कहा कि वि माने विशिष्ट , वाह  माने वहन करना, उत्तरदायित्व को निभाना उसका नाम है विवाह, भगवान का ही विवाह होता है। ऐसा विवाह किसी का नहीं होता। उनका विवाह भीष्म की कन्या रुक्मणी के साथ हुआ। ऐसा विवाह हुआ कि सब देखते रह गए। जैसे गरुड़ जी ने अमृत प्राप्त किया था। ऐसे भगवान उठा लाए, सब के बीच से उठा लाए थे। जहां एक दूसरे की सहमति होती है वह देव विवाह, गंधर्व विवाह माना जाता है। कुछ लोग इसे राक्षसी विवाह कहते हैं यह गलत है। संसार की सारी विधियां भगवान पर लागू नहीं होती है। क्योंकि भगवान इस संसार में अपने कर्मों से बंधकर नहीं आते। आजकल अपने हिंदुओ में ही भगवान की लीला को दोष दृष्टि से देखकर चाहे जैसा आक्षेप कर देते हैं। सज्जनों थोड़े दिन का थोड़ा सा स्वार्थ है। सज्जनों इस चक्कर में लोग ना जाने कितना-कितना पाप कमाते हैं।महंत जी ने रुक्मणी द्वारा भगवान श्रीकृष्ण के नाम पत्र लिखना, उसे ब्राम्हण के हाथों उन्हें भेजना, पत्र में अपनी मन:स्थिति लिखना और उनसे आग्रह करना कि  मैं आपकी हूं और आपकी रहना चाहती हूं, विवाह से एक दिन पहले रुक्मणी का भगवान श्रीकृष्ण से आने का आग्रह करना, राक्षस विधि से हरण करने की बात कहना और अंत में रुक्मणी से विवाह करने का वृतांत विस्तार से बताया।

Share News

editor September 22, 2022
Share this Article
Facebook TwitterEmail Print

Latest Post

शिक्षकों ने की नए मानदंडों में संशोधन की मांग
बीकानेर
शिक्षकों की गैर-शैक्षणिक ड्यूटी पर रोक
राजस्थान
दिल्ली में निजी स्कूलों की फीस वृद्धि पर लगेगी रोक
Delhi
RPSC RAS मुख्य परीक्षा का शेड्यूल जारी
शिक्षा
राजस्थान में ग्राम पंचायत और निकाय चुनाव कब होंगे? सरकार और आयोग चुप
राजनीति राजस्थान
बिना सूचना अनुपस्थित ग्राम विकास अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस
खाजूवाला
दुष्कर्मी तांत्रिक का आश्रम ढहा, बुलडोजर चला
श्रीडूंगरगढ़
हीटवेव का कहर: श्रीगंगानगर बना देश का सबसे गर्म शहर, सड़कों पर सन्नाटा
राजस्थान श्रीगंगानगर

You Might Also Like

बीकानेर

शिक्षकों ने की नए मानदंडों में संशोधन की मांग

Published June 10, 2025
राजस्थान

शिक्षकों की गैर-शैक्षणिक ड्यूटी पर रोक

Published June 10, 2025
राजनीतिराजस्थान

राजस्थान में ग्राम पंचायत और निकाय चुनाव कब होंगे? सरकार और आयोग चुप

Published June 10, 2025
राजस्थानश्रीगंगानगर

हीटवेव का कहर: श्रीगंगानगर बना देश का सबसे गर्म शहर, सड़कों पर सन्नाटा

Published June 10, 2025

© Copyright 2022, All Rights Reserved Khabar21 | Designed by Uddan Promotions Pvt. Ltd.

Join WhatsApp Group

Removed from reading list

Undo
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?