


जयपुर। औषधि नियंत्रण अधिकारी अब अपनी मनमर्जी से किसी भी दुकान का निरीक्षण नहीं कर सकेंगे। सरकार ने ऐसा सॉफ्टवेयर बनाया है। इससे हर सप्ताह 5 दुकानों के नाम जनरेट होंगे। जिनका औषधि नियंत्रण अधिकारी निरीक्षण कर सकेंगे। यानी हर डीसीओ को सप्ताह में प्रदेश से पांच दुकानों के निरीक्षण का लक्ष्य मिलेगा। वे बिना आदेश किसी दुकान का न निरीक्षण कर सकेंगे और न सैंपल ले सकेंगे।
शिकायत की जांच के लिए लेनी होगी अनुमति
सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के विकसित सॉफ्टवेयर के अनुसार हर डीसीओ का कार्य क्षेत्र पूरा जिला होगा। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि नियंत्रण विभाग ने इसे पूरे प्रदेश में लागू कर दिया है। राजस्थान पहला प्रदेश है, जहां इसे लागू किया है। इस सिस्टम में डीसीओ के कार्य क्षेत्र की बाधाएं खत्म कर दी गई हैं। इसमें पूरे जिले में किसी भी ब्लॉक और थाना क्षेत्र की दुकान निरीक्षण के लिए मिलेंगी। किसी दवा दुकान की शिकायत है या अनियमितता कर रहा है तो उच्च अधिकारियों की लिखित अनुमति पर ही इस सिस्टम से हटकर निरीक्षण किया जा सकेगा।
दवा दुकानों की सूची रहेगी अपडेट
औषधि नियंत्रण विभाग का मानना है कि इस नए सॉफ्टेवयर से पूरे जिले के दवा दुकानों की सूची अपडेट रहेगी। कई बार कई दुकानों की जांच जानबूझकर नहीं की जाती या लंबे समय तक जांच करने नहीं जाते लेकिन इस नए सिस्टम में हर दुकान को जांच के दायरे में लिया गया है। नए लाइसेंसधारक भी जांच की जाएगी। वहीं दवा विक्रेताओं को भी व्यक्तिगत शिकायत के आधार पर स्थानीय अधिकारियों की ओर से तंग करने से छुटकारा मिल जाएगा।
