

नई दिल्ली। चांदी की कीमतें घटकर करीब दो साल के निचले स्तर पर पहुंच गई हैं। यह चांदी में निवेश करने का अच्छा अवसर है। सर्राफा कारोबारियों का कहना है कि फिलहाल सोना और चांदी दोनों के लिए माहौल अच्छा है। पिछले एक माह में चांदी के भाव करीब 4000 रुपए प्रति किलोग्राम टूट गए है।जयपुर। चांदी की कीमतें घटकर करीब दो साल के निचले स्तर पर पहुंच गई हैं। यह चांदी में निवेश करने का अच्छा अवसर है। सर्राफा कारोबारियों का कहना है कि फिलहाल सोना और चांदी दोनों के लिए माहौल अच्छा है। पिछले एक माह में चांदी के भाव करीब 4000 रुपए प्रति किलोग्राम टूट गए है। सोने के भावों में भी इस दौरान 1500 रुपए प्रति दस ग्राम की गिरावट दर्ज की गई है। दस अगस्त को चांदी के दाम 60,000 रुपए थे, जोकि 10 सितंबर को घटकर 56,300 रुपए प्रति किलोग्राम रह गए। इसी तरह, सोने के दाम भी 10 अगस्त को 53,650 रुपए थे, जो घटकर 10 सितंबर को 52,150 रुपए प्रति दस ग्राम रह गए। जानकारों के अनुसार डॉलर सूचकांक में जैसे-जैसे नरमी आएगी, दोनों धातुओं में उछाल देखने को मिलेगा। अमेरिकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व के सख्त रुख से डॉलर सूचकांक अपने सामान्य स्तर 90 सेबढक़र 110.78 पर पहुंच गया है, जो इसका 20 साल का उच्च स्तर है।
वैश्विक मंदी की आशंका और खाद्य महंगाई से निवेश प्रभावित
दरअसल, डॉलर सूचकांक में तेजी के अलावा वैश्विक मंदी की आशंका और खाद्य महंगाई के उच्च स्तर पर पहुंचने से निवेश को लेकर रुखप्रभावित हुआ है। दुनिया में चांदी के सबसे बड़े खरीदार चीन में चांदी की औद्योगिक मांग कम है। इन वजहों से चांदी की कीमतों में गिरावटजारी है। निवेशकों के लिए यह अच्छा मौका है, क्योंकि हालात बेहतर होने और औद्योगिक मांग बढऩे से चांदी भविष्य में काफी अच्छा रिटर्नदे सकती है।
दोहरी भूमिका में ज्यादा आकर्षकचांदी एक ऐसी कमोडिटी है, जो कीमती धातु के साथ औद्योगिक धातु के रूप में दोहरी भूमिका निभाती है। वैश्विक बाजार में तरलतासुनिश्चित करने को लेकर इसकी अहमियत रहती है। इसके अलावा, कई उद्योगों में इस्तेमाल की वजह से भी फंड मैनेजर चांदी में निवेश कीसलाह देते हैं।
