


बीकानेर। दो साल बाद होने जा रहे छात्रसंघ चुनावों की घोषणा के बाद जिला मुख्यालय के पांचों विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में चुनावी सियासत गरमाने लगी है। । चुनावी जंग में उतरने के लिये छात्रनेता एकबार फिर से सक्रिय हो गए हैं। अपनी सक्रियात दिखाने के लिये छात्र संगठन छात्रों और उच्च शिक्षा से जुड़े मुद्दों को अपनी रणनीति बनाने में जुट गये है।
जानकारी में रहे कि बीते दो साल कोरोना के चलते चुनाव नहीं हुए। जिसके बाद महाविद्यालयों में छात्र नेताओं की सक्रियता भी कम होने लगी। हाल ही में मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद उच्च शिक्षा संयुक्त सचिव ने कॉलेज में चुनाव की घोषणा कर दी। तभी से बीकानेर के विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में छात्र नेताओं को सक्रियता बढ़ गई। इधर कन्या महाविद्यालयों में चुनावी चौसर शुुरू हो गई है। छात्राएं कॉलेज में पहुंचकर संपर्क साधने में जुट गई हैं। फिलहाल महाविद्यालय में प्रथम, द्वितीय और तृतीय वर्ष में प्रवेश प्रक्रिया चल रही है। ऐसे में छात्राओं के दल दाखिला लेने वाली छात्राओं से परिचय कर उन्हें चुनाव में समर्थन के लिए मनुहार करते दिख रहे हंै। जानकारी में रहे कि अगस्त 2019 में छात्रसंघ चुनाव हुए थे, लेकिन कोरोना के कारण 2 साल में छात्रसंघ चुनाव नहीं होने से कॉलेजों एवं विवि में छात्र संगठनों की गतिविधियां कमजोर हो गई। गौरतलब है कि पिछले दिनों छात्रों की ओर से चुनाव कराने को लेकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन दिए जा चुके हैं, लेकिन मुख्यमंत्री की घोषणा के बाद उच्च शिक्षा संयुक्त सचिव डॉ. फिरोज अख्तर की ओर से प्रदेश के 16 विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के नाम जारी आदेश ने यहां पर छात्र नेताओं को सक्रिय कर दिया है