

सरकार और क्षपरीक्षा एजेंसियों की कोशिश से रीट एग्जाम में अब तक पेपर लीक और नकल जैसी कोई खबर नहीं आई है। हालांकि, शनिवार को पहले दिन ऐसे प्रयास करते 8 आरोपियों को अलग-अलग सेंटर्स से पकड़ा गया था। इनमें से दो आरोपी बीकानेर में पकड़े गए थे। ये दोनों पत्नी और भाई को नकल कराने आए थे, लेकिन कैंडिडेट्स को चीटिंग के लिए इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस देने में नाकाम रहे।
मामला बीकानेर की जयनारायण व्यास कॉलोनी का है। यहां के एक परीक्षा सेंटर के पास से पुलिस ने दो युवकों को गिरफ्तार किया था। पूछताछ में पता लगा कि दोनों ही सेंटर में परीक्षा दे रहे दो लोगों को चीटिंग कराने की कोशिश कर रहे थे।
पुलिस ने बताया कि एक आरोपी का नाम प्रदीप चौधरी है और वह बीकानेर के बीछवाल का रहने वाला है। प्रदीप अपने भाई को नकल कराने की कोशिश कर रहा था। वहीं उसका दोस्त और बज्जू के मिठड़िया गांव में रहने वाला दिनेश कुमावत अपनी पत्नी को नकल कराने आया था।
इसलिए फेल हो गए
आरोपियों ने पुलिस को बताया कि ब्लूटूथ से नकल कराने का न तो अनुभव था और न तरीका पता था। इसके बाद भी सामान लेकर सेंटर के आसपास पहुंच गए। दरअसल, दोनों चीटिंग कराने का चांस ले रहे थे कि अगर कोई सेटिंग बैठ गई तो बाहर से उत्तर बता देंगे। पुलिस को इनकी हरकत पर शक हुआ और दबोच लिया। बाद में पता चला कि जिन्हें नकल करानी थी, उन्हें कोई सामान दिया ही नहीं।
इन दोनों से पुलिस को 2 डिवाईस सिम, बैटरी, 04 मक्खी (ब्लूटूथ ईयरफोन), चिमटी व नकल के अन्य उपकरण मिले थे। इनमें दो मक्खी कैंडिडेट्स को देनी थी, लेकिन नहीं दी गई। केंडिडेट्स की भी बाद में छानबीन की गई, लेकिन उनके पास नकल का कोई सामान नहीं था।
