देव जसनाथ मंदिर से चोरी हुए पवित्र छत्र की बरामदगी को लेकर धरना सातवें दिन भी जारी
बीकानेर। कतरियासर स्थित देव जसनाथजी मंदिर से ढाई साल पहले चोरी हुए पवित्र छत्र की बरामदगी की मांग को लेकर देव जसनाथ न्याय संघर्ष समिति का अनिश्चितकालीन धरना लगातार सातवें दिन भी जारी रहा। मंदिर से जुड़ी इस चोरी को लेकर श्रद्धालुओं और ग्रामीणों में गहरा आक्रोश है।
धरना स्थल पर श्रद्धालु, सामाजिक कार्यकर्ता और विभिन्न गांवों से आए प्रतिनिधि लगातार जुटे हुए हैं और जिला प्रशासन से इस मामले में त्वरित व निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं। धरना स्थल पर “देव जसनाथजी का छत्र कहां है?” की आवाज़ें लगातार गूंजती रहीं।
प्रशासन पर लापरवाही का आरोप
धरना संयोजक अजय सिद्ध ने कहा कि —
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“ढाई साल बाद भी चोरी का खुलासा न होना प्रशासन की घोर लापरवाही को दर्शाता है। देव Jasnathji मंदिर न सिर्फ धार्मिक स्थल है, बल्कि हमारी आस्था का केंद्र है। जब तक चोरों को गिरफ्तार नहीं किया जाता और छत्र की बरामदगी नहीं होती, तब तक यह धरना जारी रहेगा।”
ग्रामीणों की एकजुटता और बढ़ता दबाव
धरने में शामिल प्रमुख लोग:
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भंवरलाल कूकना (बीकानेर युथ जिलाध्यक्ष)
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दीपाराम भादू (राजेरा)
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हनुमान काकड़ (कुचोर)
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ओंकारनाथ सिद्ध (बम्बलू)
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हंसराज गाट (करमीसर)
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हरिराम खीचड़
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मोखराम धायल (पटेल नगर)
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शिवदान मेघवाल (बीकानेर)
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परताराम चौधरी
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मुनिनाथ कूकना (चाउ)
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अनवर खां, रहीश खां (बिठनोक)
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भगवान सिंह (जोधासर)
इन सभी ने प्रशासन से मांग की कि मंदिर चोरी मामले में अपराधियों को जल्द गिरफ्तार कर, श्रद्धालुओं की आस्था को ठेस पहुँचाने वालों को कठोर सजा दी जाए।
न्याय की मांग को लेकर संकल्पबद्ध आंदोलन
धरना स्थल पर श्रद्धालुओं का कहना है कि यह आंदोलन सांप्रदायिक नहीं बल्कि धार्मिक आस्था की रक्षा से जुड़ा है। चोरी के इतने लंबे समय बाद भी कोई ठोस कार्रवाई न होना प्रशासनिक उदासीनता को दर्शाता है।
देव जसनाथ समाज के लोग यह भी चाहते हैं कि इस मामले में एसआईटी का गठन हो और जांच की निगरानी उच्च स्तर पर की जाए ताकि सच्चाई सामने आ सके।

